संजय सिवाल
राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं संस्थापक
राष्ट्रीय जनशक्ति पार्टी (से.)
*120, विशाल टावर डिस्ट्रिक्ट सेन्टर जनकपुरी दिल्ली 110058
infomyrjps@gmail.com
9811521580
एक नजर
जात पात का चक्कर छोड़ो
*राष्ट्रहित से नाता जोड़ो
एक साधारण परिवार में 1 जुलाई 1974 को सूबेदार श्री उमराव सिंह व श्रीमति ओमबती देवी के घर में जन्मे
श्री संजय सिवाल जी ने 10 जुलाई 2017 को राष्ट्रीय जनशक्ति पार्टी (से.) के गठन की घोषणा दिल्ली के इंडिया गेट के मैदान पर श्री संजय सिवाल ने की थी।
इंडिया गेट के मैदान पर उस दिन एक सभा रखी गई थी समूह ने नई पार्टी की इस घोषणा का स्वागत करतल ध्वनि के साथ किया।
श्री संजय सिवाल ने उसी दिन दो टूक शब्दों में यह साफ किया था कि राष्ट्रीय जनशक्ति पार्टी (से.) का मूल सैद्धांतिक आधार सामाजिक बराबरी और न्याय’ होगा और यह पार्टी देश की उस आबादी के लिए प्रतिबद्ध होगी जो समाज की अंतिम सीढ़ी पर उपेक्षित है।
*जो गरीब, पिछड़े, दबे-कुचले हैं उन्हें यह पार्टी उनका सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक अधिकार दिलाने के लिए काम करेगी।
यह तबका किसी भी *धर्म का हो, किसी भी जाति का हो। किसी भी पेशे, व्यवसाय, आर्थिक गतिविधियों से जुड़ा हो।
उन्होंने यह भी कहा था कि *राष्ट्रीय जनशक्ति पार्टी (से.)
*के संघर्ष का रास्ता संसदीय लोकतंत्र के तहत होगा।
*आंदोलन के जरिए गरीबों की आवाज बुलंद करने के साथ वह विधायिका का रास्ता अपनाएगी ताकि संसद से लेकर राज्य की विधानसभाओं में पार्टी के चुने प्रतिनिधि शोषित, दलित, पिछड़ों, अल्पसंख्यकों व उपेक्षित गरीबों के मौलिक अधिकारों से जुड़े मुद्दे को जोर-शोर से उठा सके, सरकार और देश का ध्यान उस ओर आकृष्ट कर सके।
राष्ट्रीय जनशक्ति पार्टी (से.) ने अपने गठन के बाद पार्टी का जो संविधान बनाया उसमें इन्हीं सिद्धांतों को रेखांकित किया गया है। पार्टी संविधान के उद्देश्य की शुरुआत में यह कहा गया है,
‘‘पार्टी विधि द्वारा स्थापित भारत के संविधान में पूर्ण आस्था तथा निष्ठा रखेगी, और समाजवाद, धर्म निरपेक्षता एवं लोकतंत्र के सिद्धांतों पर भारत की एकता, प्रभुसत्ता और अखंडता बनाए रखेगी।’’ संविधान के तहत पार्टी के लक्ष्य को निर्धारित किया गया है। यह कहा गया है कि ‘‘राष्ट्रीय जनशक्ति पार्टी (से.) गरीबों के हाथ में सत्ता हस्तांतरण के लिए कृत संकल्पित है।
पार्टी जाति, धर्म के विवादों से ऊपर उठकर एक ऐसे राष्ट्र का निर्माण करेगी जो आर्थिक, शैक्षणिक, सामाजिक, राजनैतिक, धार्मिक एवं हर तरह के शोषण से मुक्त हो।’’
राष्ट्रीय जनशक्ति पार्टी (सेक्यूलर) विधि द्वारा स्थापित भारत के संविधान के प्रति तथा समाजवाद पंथ निरपेक्षता और लोकतंत्र के सिद्धांतों के प्रति सच्ची श्रद्धा और निष्ठा रखेगा और भारत की प्रभुता एकता और अखंडता को अक्षुण्ण रखेगा और लोकतांत्रिक धर्मनिरपेक्ष सामाजिक समर सत्ता राष्ट्रीय विकास समाजवादी राष्ट्र
कुल सदस्य
स्थापना वर्ष
कुल राज्य
राष्ट्रीय जनशक्ति पार्टी(सेक्यूलर) का मूल सैद्धांतिक आधार सामाजिक न्याय होगा और यह पार्टी देश की उस आबादी के लिए प्रतिबद्ध होगी जो समाज की अंतिम सीढ़ी पर बैठा है। जो गरीब, पिछड़े दबे कुचले हैं उन्हें यह पार्टी उनका सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक अधिकार दिलाने के लिए काम करेगी। यह तबका किसी भी धर्म का हो, किसी भी जाति का हो। किसी भी पेशे, व्यवसाय, आर्थिक गतिविधियों से जुड़ा हो। उन्होंने यह भी कहा था कि राष्ट्रीय जनशक्ति पार्टी (सेक्यूलर) के संघर्ष का रास्ता संसदीय लोकतंत्र के तहत होगा।
अंग्रेजों के गुलामों के लिए बनाए गए नियम, कानून को आमूल चूल परिवर्तन
अंग्रेजों की बादशाही, क्रूर व शोषक व्यवस्था को पारदर्शी एवं एकाउंटेबल बनाना
भारतीय शिक्षा अधिनियम को बदलकर भारतीय गुरुकुल अधिनियम
अपराध मुक्त भारत पांच सुनिश्चितताओं के साथ:
A. बिना थाना जाए एफ.आई.आर
B. पन्द्रह दिन में अकाट्य साक्ष्यों के साथ चालान
C. बिना कोर्ट जाए अधिकतम 30 दिनों में सजा वीडियो बेस्ड ट्रायल सिस्टम से)
D. डिजिटल चित्र गुप्त अपराध करने का विकल्प समाप्त कर देगा (भारत में अपराध करने का विकल्प न होगा)
E. सभी अपराधियों का सुनिश्चितता के साथ पुनर्वास
साईबर क्राइम मुक्त भारत
समस्त भारतवासियों का कर्ज माफ किसी का भी चेक बाउंस नहीं होगा।
रिजर्वेशन, फ्रीबी, गरीबी मुक्त भारत
रिजर्वेशन, फ्रीबी, गरीबी मुक्त भारत
समान आचार संहिता
अनुच्छ 25 के तहत धार्मिक स्वतंत्रता: उल्लंघन संज्ञेय, अजमानतीय, 10-15 साल की सजा व सम्पत्ति जप्त के प्रावधान सहित
जनसंख्या नियंत्रण कानून
पूजा स्थल अधिनियम 1991 सहित अन्य संविधान उल्लंघन में बनाए गए नियम, कानून व व्यवस्थाएं रद्द की जाएंगी
बौद्धिक संपदा का अधिकार संशोधित कर वेल्यू एडीशन के अनुरूप बनाया जाएगा, बौद्धिक सम्पदा को सार्वजनिक सम्पत्ति बनाया जाएगा।
दो तरह की अपील का प्रावधान किया जाएगा: न्यायिक आदेश के विरुद्ध व जज के विरूद्ध: जो निर्णय जज पर्याप्त साक्ष्यों को नजरंदाज कर जानबूझकर गलत निर्णय देंगे, उन्हें विक्टिम को क्षतिपूर्ति राशि देना होगी
समृद्ध एवं शक्तिशाली भारत
राष्ट्रीय जनशक्ति पार्टी (सेक्यूलर) विधि द्वारा स्थापित भारत के संविधान के प्रति तथा समाजवाद पंथ निरपेक्षता और लोकतंत्र के सिद्धांतों के प्रति सच्ची श्रद्धा और निष्ठा रखेगा और भारत की प्रभुता एकता और अखंडता को अक्षुण्ण रखेगा और लोकतांत्रिक धर्मनिरपेक्ष सामाजिक समर सत्ता राष्ट्रीय विकास समाजवादी राष्ट्र का निर्माण